Sunday, November 7, 2010

आतंकवाद पर कुछ बोलो ओबामा जी |

 कभी इराक  को तहसनहस करते हो, कभी अफगानिस्तान को नेस्तनाबूद करते हो, पाकिस्तान को डपट ही दिया होता तो ही हमें खुशी होती| आप सर्व शक्तिमान हें साहब. हमारे राष्ट्रगान  में ही अधिनायकों की वंदना की गई हे सो  हमारे सरदार मनमोहन सिंह जी तो आपके सेवक हें ही |
अडवाणी जी जो पाकिस्तान में जन्मे हें, जिन्ना की मजार पर फूल चड़ा ही चुके हें | आपने भी स्थिर पाकिस्तान की वकालत कर दी हे | ताज होटल में काफी मरम्मत हो चुकी हे सो , आपको लगा होगा की पाकिस्तान ने  २६/१२ को फूल भेजे थे ताज में |   
हम आम भारतीय , अपने  दिलों में जज्बा  संजोये हें , एक दिन अखंड भारत निर्माण करके रहेगे |
 हमारी जिजीविषा न आपकी मोहताज हे, न सरकारों की |

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