Friday, November 26, 2010

जे पी सी से क्यों भयभीत है सरकार?

पता नहीं केंद्र सरकार जेपीसी  से क्यों भयभीत है|प्रधानमंत्री को चाहिए था की विपक्ष की मांग के अनुकूल संयुक्त संसदीय समिति का गठन कर उससे २ जी इस्पेक्त्रम   मामले की जाँच कराते| सरकार का यह तर्क कतई पचाने  लायक नहीं हे की लोक लेखा समिति में सभी दलों के लोग शामिल हैं|लोक लेखा समिति  मंत्री को न तो तलब कर सकती हे, न ही इतनी शक्तिशाली हे  की  सरकार को निर्देशित कर सके|
वास्तव में देखा जाये  तो प्रारभ से ही केंद्र का  रवैया गेर जिम्मेदाराना है | संसद के शुरू होने के पहले सरकार ने बमुश्किल  राजा को विदा किया , अब फिर जेपीसी न बनाने पर अड़ी हुई है |
शायद सरकार की मंशा में खोट है , और भ्रष्टाचार उसके लिए बड़ा विषय नहीं है |

Wednesday, November 10, 2010

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक राष्ट्रवादी संघठन है |

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  एक राष्ट्रवादी   संघठन है |
 देश को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से जोड़ने हेतु संघ का काम स्तुत्य है |राष्ट्र भक्तों की लम्बी फ़ौज तैयार करने  वाला  संघ आतंकवाद से एक ही नाता रखता है , नफरत, विरोध, घृणा |  

सरकार की कथित हिंदू विरोधी राजनीति के विरोध में बुधवार को देशभर में स़डकों पर उतरे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने आगाह किया है कि कांग्रेस संघ को बदनाम करने से बाज आए।


लखनऊ स्थित बाल विद्या मंदिर परिसर में आयोजित धरने की कमान संभालने वाले भागवत ने भी़ड को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिबंधित संगठन "स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इडिया" (सिमी) से संघ की तुलना और अजमेर धमाके में संघ के प्रचारक इंद्रेश कुमार का नाम घसीटकर कांग्रेस संघ को बदनाम करने का सुनियोजित षडयंत्र कर रही है। संघ पर लगे आरोपों को झूठा करार देते हुए भागवत ने कहा, ""हम ऎसे आरोपों को कतई स्वीकार नहीं करेंगे। कांग्रेस भगवा आतंकवाद के नाम पर संघ को बदनाम करने से बाज आए नहीं तो संघ जनता के बीच जाएगा और जरूरत प़डी तो अपना स्वाभिमान बचाने के लिए अदालत में ल़डाई ल़डेगा। "" संघ प्रमुख ने कहा कि  जब-जब कांग्रेस की सत्ता डोलती है तो वह संघ को निशाना बनाने का षडयंत्र रचती है और आपातकाल के समय भी संघ को बदनाम करने की ऎसी साजिश की गई थी।
संघ को बदनाम करने वाले सचेत हो  जाएँ , भारतमाता के सपूतों को बदनाम करने से बाज़ आयें |

Sunday, November 7, 2010

आतंकवाद पर कुछ बोलो ओबामा जी |

 कभी इराक  को तहसनहस करते हो, कभी अफगानिस्तान को नेस्तनाबूद करते हो, पाकिस्तान को डपट ही दिया होता तो ही हमें खुशी होती| आप सर्व शक्तिमान हें साहब. हमारे राष्ट्रगान  में ही अधिनायकों की वंदना की गई हे सो  हमारे सरदार मनमोहन सिंह जी तो आपके सेवक हें ही |
अडवाणी जी जो पाकिस्तान में जन्मे हें, जिन्ना की मजार पर फूल चड़ा ही चुके हें | आपने भी स्थिर पाकिस्तान की वकालत कर दी हे | ताज होटल में काफी मरम्मत हो चुकी हे सो , आपको लगा होगा की पाकिस्तान ने  २६/१२ को फूल भेजे थे ताज में |   
हम आम भारतीय , अपने  दिलों में जज्बा  संजोये हें , एक दिन अखंड भारत निर्माण करके रहेगे |
 हमारी जिजीविषा न आपकी मोहताज हे, न सरकारों की |

स्थिर पाकिस्तान बनाम अखंड भारत |

स्थिर  पाकिस्तान  बनाम  अखंड भारत

बराक ओबामा ने सेंट  जेविअर  कॉलेज  मुंबई में  आज   कहा की सामरिक  द्रष्टि  से   हमें स्थिर पाकिस्तान चाहिए| हो सकता हे कल दिल्ली में वो कहें की हमें    स्वतंत्र  काश्मीर   ज्यादा फायदेमंद साबित होगा| अमेरिका अपने ढंग और फायदे के हिसाब से सोचता है , पर भारत सरकार को सचेत रहना चाहिए | स्थिर पाकिस्तान, अखंड भारत की राह का सबसे बड़ा रोड़ा है | पूर्वी जर्मनी , पश्चिमी जर्मनी एक हो सकते हें , बर्लिन की दीवार ढह सकती है तो विभाजन  स्थाई क्यों ? अखंड भारत हमारा संकल्प हे, हम इसे पाकर रहेंगे|

हिमालयम समारभ्य यावद हिन्दू  सरोवरम |
तं देव निर्मितम देशम हिन्दुस्तानम प्रचक्षते || 

Saturday, November 6, 2010

गोवंश , भारत की सम्रद्धि का आधार ---गोवर्धन पूजा की शुभकामनायें.

गोवंश , भारत की सम्रद्धि  का आधार ---गोवर्धन पूजा की शुभकामनायें

भारत में  गोधन,   सम्पन्नता  का  मापदंड रहा है| भारत की अर्थव्यवस्था में गोवंश का योगदान रहा है | गोपालन , गोरक्षण हमारा धर्म है, आइये  गोवंश की रक्षा  करें|  महात्मा गाँधी ने कहा था की  आजादी मिलते ही कलम की पहली नोक से   देश में गोहत्या बंदी का कानून बनाया जायेगा, पर देश का दुर्भाग्य हे की आज तक  गोहत्या जारी  हे|   ओबामा ने आज गाँधी को भारत की धरती पर विश्व का महानतम नेता बताया हे , कांग्रेस को सोचना चाहिए की वो गाँधी के विचारों का  कितना अमल कर पाए  हैं |
||गोमाता की जय ||
सर्वे देवा गवामंगे   तीर्थानि तत्पदेशु च |
तदगुहेशु स्वयं लक्ष्मी स्तिस्थ्त्येव  सदा पितः ||

Wednesday, November 3, 2010

राम दीप की हार्दिक शुभकामनायें

राम हर बार लौटते थे अयोध्या , दीपावली के दिन

१४ बरस बाद लौटते थे , "जननी जन्मभूमि स्वर्गादपि गरीयसी" यह उदघोसना कर
अपने जन्म स्थान को देख भी न पाते थे , सुरक्षाकर्मी रोक देते थे उन्हें
मर्यादा पुरुषोत्तम हैं राम, इसलिए नहीं दिखाते थे अपना स्वरुप
अपने घर तक आकर लौट जाते थे लोगों के मन मंदिर में वापस
धोबी के आरोप पर अपनी पत्नी सीता को वनवास देने वाले न्यायप्रिय राम वर्षों से प्रतीक्षित थे
वनवास का कारण बनी केकई को कोसल्या से बड़ा मानने वाले राम , अयोध्या के राजतिलक से भले ही वंचित हुए , पर इसी षड्यंत्र ने उन्हें जननायक बनाया
लौटेंगे तो बड़ी ही ख़ुशी होगी उन्हें , कुछ ही वर्षों में बन जायेगा उनका महल




केकई और मन्थरा के षड्यंत्र जारी हैं , पर राम का गौरव ही बढेगा




आइये करें नवुत्साह से राम का , उनके ही देश में , उनकी जन्मभूमि पर




इक़बाल ने कहा था "हे राम के वजूद पे हिंदोस्तां को नाज़ , अहले नज़र समझते हें उसको इमामेहिंद

Monday, November 1, 2010

अखंड भारत के लिए राष्ट्रीय भावना चाहिए

आज   कई राज्यों का स्थापना दिवस मनाया जा रहा हे| भारत की  अखंडता को अक्षुन्न बनाये रखने हेतु यह आवश्यक है    की हम अपनी विशिस्ट   सांस्कृतिक पहचान के साथ  राष्ट्रवादी रहें| मध्यप्रदेश  में मालवा, बुंदेलखंड,बघेलखंड, महाकोशल,चम्बल, हाडोत,भोपाली, निमाड़ी  सांस्कृतिक विविधता के साथ  सारे देश की विविध संस्कृतियों का दर्शन मिलता है|
राजनैतिक रूप से प्रदेश एक इकाई है, किन्तु हमें प्रादेशिक गर्व , जातीय गर्व., भाषाई गर्व  से ऊपर उठकर भारत माता के पुत्र  होने का गर्व करना चाहिए| क्षेत्रीयता की भावना आत्मगौरव बडाये यह अच्छा है , पर अखंडता को खतरा पैदा करे यह नहीं होना    चाहिए |  हमारी संप्रभुता , सार्वभौमिकता को अक्षुन्न रखते हुए  माँ भारती  की वंदना करें , तभी भारत शास्वत रह सकेगा|