Wednesday, July 27, 2011

पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार का भारत दौरा

 एक  तरफ  हमारे तीनों सेनाध्यक्ष और  भारत के रक्षामंत्री श्री  अंटोनी  अमर जवान ज्योति पर पुष्प अर्पित कर कारगिल विजय  दिवस मना   रहे थे उसी समय हमारे ही देश में हमारी ही धरती पर , सरकारी मेहमान पाकिस्तान  की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार कश्मीरी अलगाववादियों से मिलकर उनको आत्मनिर्णय का अधिकार दिए जाने की वकालत कर रही थीं .
हमारे पास लाहोर तक बस ले जाने का अनुभव हे , लाहोर बस यात्रा और आगरा वार्ता के बदले में हमें कारगिल की घुसपेठ मिली थी. शायद हमारे वीर सैनिकों की नियति यही हे की गलत राजनेतिक निर्णयों के बदले वे अपनी जान कुर्बान करते रहें और मैदान में जीती जंग हम टेबल पर हारते रहें,  हिना के दौरे के एक दिन पहले क्या विदेश सचिवों ने यही  एजेंडा तय किया था ?