Monday, March 14, 2011

जापान के तूफान और सुनामी ने विकास की दिशा पर दुनिया को पुनर्विचार का अवसर दिया है

जापान के तूफान और सुनामी ने विकास की दिशा पर दुनिया को  पुनर्विचार का अवसर दिया है  
दुसरे विश्व युद्ध के बाद जापान ने अपने विकास को नया आयाम दिया था  , अब  आज उसके ऊपर जो प्राक्रतिक संकट आया हे उसके साथ ही  परमाणु रिएक्टरो के धमाके  और उनसे उत्पन्न खतरनाक विकिरण का संकट मानव निर्मित ही हे. 
जो परमाणु शक्ति बनकर  दुनिया का सर्व शक्तिशाली  देश था आज उसके मानवता के विनाश  के हथियार उसके स्वयं के लिए संकट बन गए हें ,
पूरी दुनिया  को आज विश्व शांति और मानवता के बारे में  सोचने की आवश्यकता है , भारत का प्रकृति सुसंगत विकास का सनातन विचार ही दुनिया को सही  सन्देश देता है 
आज पीड़ित मानवता के बारे में विचार करने और  सहयोग  करने की   आवश्यकता  है 
आइये सभी मिलकर  विकास की मानव सुसंगत प्रकृति सुसंगत अवधारणा पर विचार करें .


Sunday, March 6, 2011

एक जन क्रांति आज समय की मांग है

उच्चतम न्यायालय  की विश्वसनीयता बड़ी है 
सतर्कता आयुक्त  के विषय में केंद्र सरकार को मिली फटकार के बाद सरकार सन्न है भारत में न्यायालयों की विश्वसनीयता बड़ी हे , आम लोगों का राजनेताओं से विश्वास उठता जा रहा है और वे न्यायालयों की तरफ आस लगाये बैठे हुए हैं 
भारत सरकार के कान तक आम जनता की आवाज नहीं पहुँच पाई है , मंहगाई भ्रस्टाचार से जनता परेशान है  
बाबा रामदेव ने कहा है की भारत में क्रांति होने वाली है , मिश्र  और लीबिया की आवाज भारत में भी  बुलंद  होना चाहिए 
एक जन क्रांति आज समय की मांग है