है राम के वजूद पर नाज़ हिन्दोस्तान को , अहले नज़र समझते हें उसको इमामे हिंद। मशहूर शायर इक़बाल की उक्त पंक्तियां भारत की जनता के ह्रदय में राम के स्थान को प्रदर्शित करती हैं
अयोध्या विवाद पर आया फेसला भारत की जनता की आस्था व विस्वास को पुष्ट करता है, साथ ही देश के मुस्लिम समाज को बड़ी ही आत्मीयता से आगे आकर राम का जन्मस्थान मंदिर बनाने के लिए सोंप देना चाहिए ताकि देश में एकता की नई मिशायल कायम हो सके
राम भारत की अध्यात्मिक परंपरा की आत्मा है
Tuesday, October 12, 2010
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