Saturday, February 20, 2010
कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है |
कश्मीर के प्रति केंद्र सरकार का गेर जिम्मेदाराना रुख चिंता का विषय हे , भारत सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति पूर्ण जिम्मेदार रुख अपनाते हुए पाकिस्तान से बात्चीत तभी की जनि चाहिए जब वह खुले दिल से बात करने को तैयार हो। कश्मीर , asam , अरुणाचल को lekar भारत की सुरक्षा की चिंता केंद्र की prathmikta nahi हे ।
Saturday, February 13, 2010
पंडित दीनदयाल उपाध्याय , एक समर्पित व्यक्तित्व
भाजपा के समर्पित नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जनसंघ के मजबूत आधार स्तम्भ थे। उनकेसमर्पण, ,निष्ठा, संघर्ष के बदोलत ही भाजपा आज देश का प्रमुख राजनैतिक दल है।
डोक्टर श्यामा प्रसाद मुखेर्जी ने कहा था की यदि मुझे दो दीनदयाल मिल जाएँ तो भारत का नक्शा बदल दूंगा , उनकी बात सच साबित हुई एक ही दीनदयाल जी ने इतने बड़े राजनैतिक दल को खड़ा कर दिया .
डोक्टर श्यामा प्रसाद मुखेर्जी ने कहा था की यदि मुझे दो दीनदयाल मिल जाएँ तो भारत का नक्शा बदल दूंगा , उनकी बात सच साबित हुई एक ही दीनदयाल जी ने इतने बड़े राजनैतिक दल को खड़ा कर दिया .
Thursday, February 11, 2010
बी टी बैगन मुद्दे पर केंद्र सरकार का झुकना किसानों की जीत
बीटी बैगन मुद्दे पर पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश का बेकफुट पर आना किसान आन्दोलन की जीत हे
बीटी बैगन स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बनेगा और भारत की तासीर के मुताबिक भी नहीं हे, अनुवांसिक संकर बीज भारत के किसानों और पर्यावरण के अनुकूल नहीं हें भारत को यह विचार करना होगा की जैव प्रोद्योगिकी का कितना और कहाँ पर उपयोग करना हे,
भारत के पर्यावरण , जलवायु, तासीर के अनुसार इस देश का विकाश करना हे
बीटी बैगन स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बनेगा और भारत की तासीर के मुताबिक भी नहीं हे, अनुवांसिक संकर बीज भारत के किसानों और पर्यावरण के अनुकूल नहीं हें भारत को यह विचार करना होगा की जैव प्रोद्योगिकी का कितना और कहाँ पर उपयोग करना हे,
भारत के पर्यावरण , जलवायु, तासीर के अनुसार इस देश का विकाश करना हे
Sunday, February 7, 2010
देश की अखंडता को क्षेत्रवाद से खतरा है
भारत की अखंडता को क्षेत्रवाद से खतरा पैदा हो गया है, मराठी अस्मिता के नाम पर उत्तर भारतीयों को मुंबई आने से रोकने की बात करने वाले लोगों को राष्ट्रीय द्रष्टिकोण से विचार करना चाहिए आसेतु हिमाचल पूरा भारत एक राष्ट्र ,एक प्राण है भारत के भीतर जन्म लेने वाले प्रत्येक भारतीय का पूरे देश , पूरे देश के संसाधनों पर समान हें भारत की सभी भाषाएँ राष्ट्र भाषाएँ है एवं हिंदी संपर्क राष्ट्र भाषा हें
हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं, रूप रंग भाषा भूषा भले ही अनेक हैं
भाषा अलग वेश , फिरभी अपना एक देश
भूल कर भी मुख में जाति पंथ की न बात हो , भाषा प्रान्त के लिए कभी न रक्त पात हो
हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं, रूप रंग भाषा भूषा भले ही अनेक हैं
भाषा अलग वेश , फिरभी अपना एक देश
भूल कर भी मुख में जाति पंथ की न बात हो , भाषा प्रान्त के लिए कभी न रक्त पात हो
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